रिपोर्टर : आकाश कुमार
गरीबों के मान-सम्मान व अधिकारों, लोकतंत्र और सामाजिक बदलाव की लड़ाई लड़ने वाले योद्धा थे जगदीश मास्टर और रामायण राम
बिहिया, आरा, आयर और एकवारी में हुई संकल्प सभा
आरा : भोजपुर में गरीबों के मान-सम्मान, उनके अधिकारों, लोकतंत्र और सामाजिक बदलाव की लड़ाई की शुरुआत करने वाले भाकपा-माले के संस्थापक नेता जगदीश मास्टर और रामायण राम के 50 वें शहादत दिवस पर आज भोजपुर के विभिन्न जगहों पर संकल्प सभा का आयोजन किया गया. इन सभाओं को मुख्य रूप से भाकपा माले के महासचिव कामरेड दीपंकर भट्टाचार्य ने संबोधित किया.
आरा, बिहिया आयर और एकवारी की संकल्प सभा में माले महासचिव ने अपने संबोधन में कहा कि कॉमरेड जगदीश मास्टर और रामायण राम ने जिन उद्देश्यों के लिए अपने प्राणों की आहुति दी थी, हमने उस विरासत को आगे बढ़ाते हुए भोजपुर में बड़ी लड़ाई लड़ी और यहां के गरीबों ने अपना हक अधिकार हासिल किया. दुर्भाग्य से आज देश में भाजपा रूपी विपदा मुंह बाए खड़ी है. देश के लोकतंत्र, संविधान और आम लोगों के अधिकारों पर लगातार हमले हो रहे हैं.
आज अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस भी है. हमें इस लड़ाई को आज की तारीख में और व्यापक रूप से लड़नी है. भाजपा से मुक्ति के लिए पूरा देश बिहार और भोजपुर की ओर देख रहा है.
उन्होंने कहा कि देश की जनता की उम्मीदों को पूरा करने के लिए जगदीश मास्टर और रामायण राम सहित तमाम शहीदों की विरासत को बुलंद करते हुए अपने आंदोलनों को एक व्यापक स्वरूप प्रदान करेंगे. 15 फरवरी को पटना के गांधी मैदान में हम लोकतंत्र बचाओ देश बचाओ रैली कर रहे हैं. यह केवल भाकपा-माले की रैली नहीं है, बल्कि लोकतंत्र व संविधान और अपनी आजादी को बचाने के लिए जो एक बड़ी लड़ाई जरूरत है उसके लिए यह रैली बुलाई गई है.
हम ऐसे तमाम लोगों से अपील करते हैं कि इस रैली में शामिल हो और भाजपा को 2020 के चुनाव में दिल्ली के गद्दी से उखाड़ फेंकने का संकल्प लें.
उन्होंने कहा कि जो लोग देश की आजादी में शामिल नहीं थे, आज पूरे देश को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं. उनको यह बता देने की जरूरत है कि हिंदुस्तान को भगत सिंह के वारिस बर्बाद नहीं होने देंगे.
उन्होंने कहा कि संसद में जो कानून बना था 1947 में मंदिर - मस्जिद का जो चरित्र था वह बना रहे लेकीन भाजपा उस कानून को तोड़ देश मे साम्प्रदायिक माहौल बिगाड़ रहे हैं वो आज मथुरा - काशी बाकी के नारा दे रही है।
देश मे आरक्षण देश के दलितों - आदिवासियों के सामाजिक व आर्थिक स्थिति पर दी गई थी जो इनके मूलभूत अधिकार है। लेकिन आज आर्थिक आधार पर आरक्षण दे दिया और उस आरक्षण में दलितों को बाहर कर दिया। उसका आधार 8 लाख सालाना कमाने वाले को दे दिया। लेकिन दलितों को सामाजिक अधिकार से वंचित कर दिया गया है।
अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय महासचिव कॉमरेड राजा राम सिंह ने सम्बोधित करते हुए कहा कि आज भोजपुर के रचयिता के गांव से आये हैं। भोजपुर के माटी को सलाम करता हूँ जो किसान आंदोलन में किसानों के साथ दृढ़ता के साथ खड़ा रहा। संकल्प सभा को संबोधित करने वालों में केंद्रीय कमिटी सदस्य कॉम. राजू यादव थे।
संकल्प सभा में भाकपा माले के कई वरिष्ठ नेताओं के साथ-साथ पार्टी के विधायक भी शामिल रहे. पोलित ब्यूरो सदस्य स्वदेश भट्टाचार्य, राज्य सचिव कुणाल पोलितब्यूरो सदस्य अमर, विधायक सुदामा प्रसाद मनोज मंजिल महानंद सिंह वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता अमरजीत कुशवाहा जिला सचिव जवाहरलाल सिंह, सहित भोजपुर के कई स्थानीय नेता कार्यकर्ता शामिल रहे.